top of page
Writer's pictureMysticadii

Om Gan Ganapataye Namo Namah


The most important Ganesha mantra is the "Om Gan Ganapataye Namo Namah" mantra. This mantra is considered to be the most powerful and effective mantra for Lord Ganesha and is often used for prayer, meditation and as a chant for blessings and protection. This mantra invokes the blessings of Lord Ganesha, who is the remover of obstacles, and is said to bring success, prosperity and good fortune to those who chant it with devotion and sincerity. The Ganesha mantra "Om Gan Ganapataye Namo Namah" can be used in a variety of ways, depending on the individual's personal beliefs and practices. Here are a few ways to use this mantra:

  1. Chanting: One of the most common ways to use the Ganesha mantra is to chant it repetitively, either out loud or silently. This can be done at any time of the day, but it is traditionally done in the morning or evening, when the mind is calm and focused.

  2. Meditation: The Ganesha mantra can also be used as a focal point during meditation. Sitting in a comfortable position, with eyes closed, focus on the sound and vibration of the mantra as you repeat it to yourself.

  3. Japa: Japa is the practice of repeating a mantra using a mala, a string of 108 beads. Recite the mantra for 108 times as you move your finger to next bead.

  4. Prayers: The Ganesha mantra can also be used as a prayer before starting any new venture, during a puja or any auspicious event.

It is important to remember that the effectiveness of the mantra comes from the intention and devotion with which it is chanted. Chanting the mantra with a pure heart and a sincere wish for blessings and protection is key to gaining its full benefits.


The story behind the Ganesha mantra "Om Gan Ganapataye Namo Namah" is rooted in Hindu mythology. According to one version, Lord Ganesha, the elephant-headed god, was created by the goddess Parvati, the consort of Lord Shiva, as a companion and guard for her while she was taking bath. But when Lord Shiva returned home, he was angry to find a stranger in his house and in rage, he cut off Ganesha's head. To calm Parvati's sorrow, Lord Shiva promised to bring Ganesha back to life, but the only available head was that of an elephant. Thus, Ganesha was given the head of an elephant and named Ganesha, which means "Lord of the Ganas", the ganas being the followers of Lord Shiva.

Another version of the story tells that Lord Ganesha was created by Lord Shiva and Goddess Parvati as the leader of their army of demi-gods, and as the remover of obstacles for those who worshiped him.

The "Om Gan Ganapataye Namo Namah" mantra is believed to have been given by Lord Ganesha himself as a way to invoke his blessings and protection. The mantra invokes the name of Ganesha and acknowledges him as the lord of the ganas and the remover of obstacles. It is believed that by regularly chanting this mantra, one can gain the blessings of Lord Ganesha, which include success, prosperity, good fortune and the removal of obstacles in one's life.

Hindi: सबसे महत्वपूर्ण गणेश मंत्र "ओम गं गणपतये नमो नमः" मंत्र है। यह मंत्र भगवान गणेश के लिए सबसे शक्तिशाली और प्रभावी मंत्र माना जाता है और अक्सर प्रार्थना, ध्यान और आशीर्वाद और सुरक्षा के लिए मंत्र के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह मंत्र भगवान गणेश के आशीर्वाद का आह्वान करता है, जो बाधाओं को दूर करते हैं, और कहा जाता है कि जो लोग इसे भक्ति और ईमानदारी से जपते हैं, उनके लिए सफलता, समृद्धि और सौभाग्य लाते हैं।


गणेश मंत्र "ओम गं गणपतये नमो नमः" का उपयोग व्यक्ति की व्यक्तिगत मान्यताओं और प्रथाओं के आधार पर विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। इस मंत्र का प्रयोग करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:

जप: गणेश मंत्र का उपयोग करने के सबसे सामान्य तरीकों में से एक यह है कि इसे बार-बार जाप किया जाए, या तो जोर से या चुपचाप। यह दिन के किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन परंपरागत रूप से इसे सुबह या शाम को किया जाता है, जब मन शांत और केंद्रित होता है।

ध्यान: गणेश मंत्र का उपयोग ध्यान के दौरान केंद्र बिंदु के रूप में भी किया जा सकता है। एक आरामदायक स्थिति में बैठकर, आँखें बंद करके, मंत्र की ध्वनि और कंपन पर ध्यान केंद्रित करें, जैसा कि आप इसे अपने आप में दोहराते हैं।

जप: जप एक माला, 108 मनकों की एक माला का उपयोग करके एक मंत्र को दोहराने की प्रथा है। मंत्र का 108 बार जप करें क्योंकि आप अपनी उंगली को अगले मनके पर ले जाते हैं।

प्रार्थनाएँ: गणेश मंत्र का उपयोग किसी भी नए उद्यम को शुरू करने से पहले, पूजा या किसी शुभ कार्यक्रम के दौरान प्रार्थना के रूप में भी किया जा सकता है।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि मंत्र की प्रभावशीलता उस इरादे और भक्ति से आती है जिसके साथ इसका जाप किया जाता है। शुद्ध मन से मंत्र का जप करना और आशीर्वाद और सुरक्षा की सच्ची कामना करना, इसके पूर्ण लाभ प्राप्त करने की कुंजी है।


गणेश मंत्र "ओम गं गणपतये नमो नमः" के पीछे की कहानी हिंदू पौराणिक कथाओं में निहित है। एक संस्करण के अनुसार, भगवान गणेश, हाथी के सिर वाले भगवान, भगवान शिव की पत्नी पार्वती द्वारा बनाए गए थे, जब वह स्नान कर रही थीं, तब उनके लिए एक साथी और रक्षक के रूप में। लेकिन जब भगवान शिव घर लौटे, तो उन्हें अपने घर में एक अजनबी को देखकर क्रोध आया और उन्होंने गणेश का सिर काट दिया। पार्वती के दुःख को शांत करने के लिए, भगवान शिव ने गणेश को वापस जीवन में लाने का वादा किया, लेकिन केवल एक हाथी का सिर उपलब्ध था। इस प्रकार, गणेश को एक हाथी का सिर दिया गया और उनका नाम गणेश रखा गया, जिसका अर्थ है "गणों के भगवान", भगवान शिव के अनुयायी होने के कारण भयंकर।

कहानी का एक अन्य संस्करण बताता है कि भगवान गणेश को भगवान शिव और देवी पार्वती ने देवताओं की अपनी सेना के नेता के रूप में और उनकी पूजा करने वालों के लिए बाधाओं के निवारण के रूप में बनाया था।

ऐसा माना जाता है कि "ओम गण गणपतये नमो नमः" मंत्र स्वयं भगवान गणेश द्वारा उनके आशीर्वाद और सुरक्षा का आह्वान करने के तरीके के रूप में दिया गया है। मंत्र गणेश के नाम का आह्वान करता है और उन्हें भयंकर और बाधाओं के निवारण के स्वामी के रूप में स्वीकार करता है। ऐसा माना जाता है कि नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है, जिसमें सफलता, समृद्धि, सौभाग्य और अपने जीवन में बाधाओं को दूर करना शामिल है।

Art Credit : GaudiBuendia

Follow us on

Download Our App onelink.to/mysticadii

94 views0 comments

Recent Posts

See All

Comments


bottom of page